हिंदी मीडिया जगत के समस्त बड़े अखबार - दैनिक जागरण , दैनिक भास्कर, हिंदुस्तान, प्रभात खबर एंड नवभारत ने पुस्तक विमोचन समारोह और परिसंवाद को प्रकश किया।
इस मौके पे दैनिक भास्कर ने कहा "मरणोपरांत कवी के साहित्य को प्रकाशित करना जमीन में गड़े धन निकलने के जैसा है"
दैनिक जागरण ने कवी नाहर एक कुशल शिखक और कवी थे, उनके साहित्य की धार दिनकर जी के समीप थी
लीडिंग हिंदीं न्यूज़ पेपर हिंदुस्तान ने कहाँ की पलामू की धरती साहित्कारों से भरी पड़ी है और रचनाकार के रचनाओं को सामने लाना पुरे समाज की जिम्मेदारी होती है
नवभारत टाइम्स ने लिखा की "उपेक्षितों को सम्मान देते है कवी और साहित्य" और इस पहलु पे कवी ने खरे उतारते हे
प्रभात खबर ने लिखा की "साहित्यकार का काम उपेक्षा , दमन, शोषण व् सत्य को उजागर करना होता है और कवी नाहर इसमें अग्रणीय है "
http://www.prabhatkhabar.com/news/palamu/naresh-prasad-nahar-book-laocarap-daltonganj/1075858.html
लीडिंग हिंदीं न्यूज़ पेपर हिंदुस्तान ने कहाँ की पलामू की धरती साहित्कारों से भरी पड़ी है और रचनाकार के रचनाओं को सामने लाना पुरे समाज की जिम्मेदारी होती है
नवभारत टाइम्स ने लिखा की "उपेक्षितों को सम्मान देते है कवी और साहित्य" और इस पहलु पे कवी ने खरे उतारते हे
प्रभात खबर ने लिखा की "साहित्यकार का काम उपेक्षा , दमन, शोषण व् सत्य को उजागर करना होता है और कवी नाहर इसमें अग्रणीय है "
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